बवासीर की गारंटी की दवा – हो जाइये सावधान अगर आपको भी हो रहा कब्ज

बवासीर की गारंटी की दवा की बात किया जाए बहुत सारी दवा है जो इसका इलाज है और सही तारिके से किया जा सकता है।

अगर बात किया जाए बवासीर का तो बवासीर की शुरुआत खराब पाचन से ही शुरू होता है क्यूँ कि जब भी हमारा पाचन तंत्र ख़राब होता है तो ये बीमारी आती है।

बवासीर की गारंटी की दवा

जब भी बवासीर की बात होती है तो तो लोगों के दिल दिमाग में उसका दर्द सताने लगता है कभी कभी किसी किसी लोगों को इसका इतना ज्यादा प्रकोप होता है कि वे लोग एनीमिक यानी रक्ताल्पता से पीड़ित हो जाते हैं क्यों कि इतना ब्लीडिंग हो जाती है कि उनका शरीर सूखने लगता है ।

बवासीर की दवा की बात किया जाए तो इसका होम्योपैथिक एंड आयुर्वेदिक दवा मार्केट में अवेलेबल है पर हम आपको कुछ देसी इलाज भी बताएंगे और कुछ आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक दवा भी बताएंगे ।

बवासीर होने का कारण

अगर कारण की बात की जाए तो जब भी हमारा खान-पान अच्छा न हो और उसके हमारा डाइजेशन सही न हो तो ये रोग लगने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है । आइए हम आपको बताने जा रहे हैं कि इसके क्या कारण है जो ये बवासीर की समस्या हमें हेती है :

  • लाल मिर्च ज्यादा सेवन
  • ज्यादा मसालेदार भोजन का सेवन
  • मल का बहुत कड़ा होना
  • कब्ज  होना  या पेट साफ न होना
  • फास्ट फूड का ज्यादा सेवन करना

बवासीर की होम्योपैथिक दवा

बात करा जाए होम्योपैथिक में तो होम्योपैथिक दवा बवासीर फिस्टुला या फिशर के लिए बहुत ही अच्छा है और इसका जड़ से इलाज कर देता है इसमें हम लोग बेसिकली नुक्स वोमिका ,सल्फर,हिपर सल्फर, नाइट्रिक एसिड।

बवासीर की आयुर्वेदिक दवा

आयुर्वेदिक में बवासीर का बहुत ही अच्छा इलाज है बहुत सारी जड़ी बूटियां है जो जड़ से इसको मिटा सकती हैं जिसमें हम लोग बात करें तो त्रिफला का नाम सबसे पहले आता है त्रिफला को रोज रात में गर्म पानी या गर्म दूध से आप ले सकते हैं, आप गर्म पानी से लेंगे तो यह आपको बहुत अच्छा फायदा करेगा कभी एक हफ्ते लेंगे तो आपका बवासीर मिट जाएगा।

निष्कर्ष

बवासीर का इलाज होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक तरीके से ही करना चाहिए कभी भी इसका सर्जरी नहीं करना चाहिए जो भी सर्जरी कर लेते हैं वह जीवन भर इस समस्या से तभी ग्रसित रहते हैं क्योंकि इसका कोई स्थाई इलाज नहीं है हमारे खान पर खान-पान पर निर्भर करता है खान-पान अच्छा रखें और आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक दवाई का उपयोग करेंगे तो आपको समस्या बार-बार नहीं होगी और एलोपैथ में जाकर इसका ट्रीटमेंट नहीं करिये क्योंकि एलोपैथ में डायरेक्ट लोग सर्जरी कर देते हैं और सर्जरी हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है वह भी हमारे मल द्वार के स्थान का सर्जरी जहां पर फाइबर मसल्स होता है वहां का ऑपरेशन बहुत ही कष्ट दायक होता है और जल्दी सूखता नहीं है।

 

 

 

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